जीव विज्ञान- जीव जगत
विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत जीव धारियों का अध्ययन किया जाता है, जीव विज्ञान कहलाती है |
जंतु विज्ञान-
वह शाखा जिसमें जंतुओं का अध्ययन किया जाता है, जंतु विज्ञान कहलाती है | इसके जनक अरस्तु हैं |
वनस्पति विज्ञान
वह शाखा जिसमें पेड़ – पौधों का अध्ययन किया जाता है, वनस्पति विज्ञान कहलाती है |
जगत Kingdom
(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({});जगत मुक्ता पांच प्रकार के होते हैं|
- मोनेरा Monera
- प्रोटीस्टा Protista
- कवक Fungi
- जंतु Animal
- पादप Plant
जीव धारियों के लक्षण – जीव जगत
- वृद्धि
- जनन की क्रिया
- उपापचय की क्रिया
- श्वसन की क्रिया
- उत्सर्जन की क्रिया
- गति करते हैं
जीवन के प्रक्षेत्र
जैव रासायनिक प्रमाण से यह पूर्णता स्पष्ट हो चुका है कि पृथ्वी पर जीवो के 3 प्रक्षेत्र है
- डोमेन बैक्टीरिया
- डोमेन अक्रिया
- डोमेन यू कैरियर
वर्गीकरण की आवश्यकता – जीव जगत
- अध्ययन की सुविधा
- अनुकूलन का ज्ञान
- जाति वृत्ति का ज्ञान
- नए पादपों की खोज
- जैव विकास के क्रम का ज्ञान
जीव धारियों का वर्गीकरण
ही टेकर द्वारा सन् 1969 में पांच जगत प्रणाली दी गई| इसके अनुसार समस्त जीवो को 5 भागों में बांटा गया है |
- मोनेरा
- प्रोटिस्टा
- कवक
- पादप
- जंतु
वर्गिकी सवर्ग व उनका पदानुक्रम: – जीव जगत
- प्रजाति
- वंश
- कॉल
- गढ़
- वर्ग
- सन्घ
- जगत
- टेक्सा
द्विपद नाम पद्धति
प्रत्येक जीव के दो शब्दों वाला एक वैज्ञानिक नाम दिया जाता है |
इसमें पहला शब्द वंश का दूसरा शब्द जाति का नाम होता है |
हरबेरियम
पादप प्रदर्शन का ऐसा संग्रह जिसमें पदों को सुखाकर दबाकर कागज की सीट पर व्यवस्थित क्रम में संरक्षित किया जाता है हरबेरियम कहलाता है |
हरबेरियम का महत्व – जीव जगत
- वाउचर स्पेसिमेन का संग्रह |
- शोधकर्ताओं की प्रशिक्षण |
- पादप पहचान के लिए शीघ्रता से संदर्भ उपलब्ध कराना |
कुछ प्रमुख हरबेरियम :
- भारतीय राष्ट्रीय उद्यान का हरबेरियम शिवपुर कोलकाता |
- राष्ट्रीय वनस्पति उद्यान का हरबेरियम लखनऊ |
- वन अनुसंधान संस्थान हरबेरियम देहरादून |
वनस्पति उद्यान
विभिन्न पौधों की जातियां लगाकर उन्हें संरक्षित करने हेतु संपूर्ण क्षेत्रफल के चारों ओर घेराबंदी कर देते हैं इसे वनस्पति उद्यान कहते हैं|
कुछ प्रमुख वनस्पति उद्यान
- भारतीय वनस्पति उद्यान कोलकाता |
- राष्ट्रीय वनस्पति उद्यान लखनऊ |
- लालबाग वनस्पति उद्यान बेंगलुरु |
- लायन वनस्पति उद्यान दार्जिलिंग |
वनस्पति उद्यान का महत्व
- स्वास्थ्य मनोरंजन व सौंदर्य बोध |
- बीज वितरण हरबेरियम सेवाएं|
- पादपों का संरक्षण|
प्राणी भवन अथवा चिड़ियाघर – जीव जगत
वह स्थान जहां सभी प्रकार के जीवित जंगली जंतुओं अपने प्राकृतिक और आवासों में साथ-साथ रहते हैं प्राणी उपवन कहलाता है|
प्रमुख प्राणी उपवन
- नेहरू प्राणी उपवन हैदराबाद |
- हिमालय प्राणी उपवन सिक्कम |
- प्रिंस ऑफ वेल्स चिड़ियाघर अहमदाबाद |
- जंतु उड़ान अलीपुर कोलकाता |
प्राणी उपवन का महत्व
- यह अध्ययन अध्यापन के उत्कृष्ट संसाधन है |
- यह वन्यजीवों की आहार प्रकृति तथा व्यवहार की जानकारी महत्वपूर्ण अनुभव प्राप्त होता है |
- प्राणी उपवन मनुष्य की जिज्ञासु प्रवृत्ति को शांत कर मनोरंजन का अवसर प्रदान करता है |
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भौतिकी जगत l Class- 11I Chapter 1 मापन तथा मात्रक सरल रेखा में गति
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