चैत्र नवरात्री के दिन सूर्योदय से पहले उठ कर स्नान आदि से निवृत होकर साफ़ कपड़े पहने
चैत्र नवरात्री के दिन सूर्योदय से पहले उठ कर स्नान आदि से निवृत होकर साफ़ कपड़े पहने
– इसके बाद चौकी को
– गंगाजल से साफ करके मां दुर्गा की प्रतिमा या फोटो को स्थापित करें.
– इसके बाद चौकी को
– गंगाजल से साफ करके मां दुर्गा की प्रतिमा या फोटो को स्थापित करें.
इसके बाद कलश स्थापना करें नवरात्री में कलश के उपर कलावा बांधे और उपर आम और अशोक के पत्ते रखे
इसके बाद कलश स्थापना करें नवरात्री में कलश के उपर कलावा बांधे और उपर आम और अशोक के पत्ते रखे
ये बहुत ही शुभ रहता है और मां शैलपुत्री का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें
ये बहुत ही शुभ रहता है और मां शैलपुत्री का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें
इसके बाद माता को रोली-चावल लगाएं और सफेद फूल मां को चढ़ाएं
इसके बाद माता को रोली-चावल लगाएं और सफेद फूल मां को चढ़ाएं
सफेद वस्त्र मां को अर्पित करें. मां के सामने धूप, दीप जलाएं
सफेद वस्त्र मां को अर्पित करें. मां के सामने धूप, दीप जलाएं
और मां की देसी घी के दीपक से आरती उतारें.
और मां की देसी घी के दीपक से आरती उतारें.
माता शैलपुत्री की पूजा में सभी नदियों , तीर्थो का आह्वान किया जाता है
माता शैलपुत्री की पूजा में सभी नदियों , तीर्थो का आह्वान किया जाता है
नवरात्री के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक हर रोज़ घर में कपूर जलाना चाहिए
नवरात्री के पहले दिन से लेकर आखिरी दिन तक हर रोज़ घर में कपूर जलाना चाहिए
ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता का नाश होगा.
ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और नकारात्मकता का नाश होगा.